सर्दियों की हर मिठाई में क्यों होता है गुड़ का इस्तेमाल, क्यों कहते हैं इसे Superfood

क्या आपने कभी सोचा है कि सर्दियों के मौसम के दौरान आखिर क्यों गुड़ से बनी हुई मिठाइयां हमारे आस पास मौजूद होती है। क्या इसका कारण केवल इनका स्वाद है, या फिर इसके पीछे सेहत से जुड़ा भी कोई रहस्य है। आइए जानते हैं गुड़ से बनी इन्हीं चीजों पर एक्सपर्ट की राय।

सर्दियों के मौसम में घंटों रजाई में बैठे रहना और खाते रहना एक सबसे आम चीज है। वहीं सर्दियों में एक चीज और भी कॉमन है और वह है गुड़। इस दौरान न केवल बाजारों में गुड़ से बनी हुई चीजें दिखाई देती हैं। बल्कि त्योहार भी कुछ ऐसे ही होते हैं जिनमें गुड़ से बनी हुई चीजों का ही सेवन किया जाता है, चाहे गुड़ की खीर हो, गज्जक हो, या कुछ दूसरी चीजें।
लेकिन क्या यह मात्र संयोग हैं कि सर्दियों में गुड़ से बनी मिठाइयों और खाद्य सामग्रियों का सेवन किया जाता है, या फिर इसके पीछे कई दूसरे कारण है। इसके अलावा गुड़ से बनी हुई इन चीजों को लेकर एक्सपर्ट क्या सोचते हैं और क्या हमें इन्हें खाना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसे सभी सवालों के जवाब।
कहां से आया गुड़

गुड़ को संस्कृत भाषा में सरकारा के नाम से जाना जाता था। वहीं उस समय
ही एकमात्र विकल्प होता जिसे व्यंजनों को मीठा बनाने के लिए उपयोग में लिया जाता था। इसके अलावा कहा तो यह भी जाता है कि गुड़ का इतिहास 5 हजार साल पुराना है। क्योंकि इस समय में भी आयुर्वेदिक दवाओं में गुड़ का इस्तेमाल किया जाता था और इससे कई गंभीर समस्याओं से राहत पाई जाती थी, जैसे रक्त साफ करने, पाचन शक्ति के लिए, इम्यूनिटी के लिए, मेटाबॉलिज्म के लिए और रक्त स्तर को बेहतर बनाए रखने के लिए आदि।
गुड़ को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि 1600 में दक्षिण भारत में पुर्तगालियों द्वारा इसकी खोज की गई थी। इसके बाद ही यह एशिया, अफ्रीका और यूरोप तक पहुंच गया था। यही नहीं पहले के समय में गुड़ का उपयोग यूरोपीय देशों में भी किया जाता था और इसे मस्कोवाडो के नाम से जाना जाता था और इसी के जरिए ब्राउन शुगर भी बनाई जाती थी, एवं इस्तेमाल में लिया जाता था। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि आखिर क्यों सर्दियों में तैयार की जाने वाली
मिठाई गुड़ से बनाई जाती
थी। क्या इसके पीछे की वजह गुड़ का स्वाद था या फिर कोई दूसरे कारण थे। आइए जानते हैं इसके बारे में
क्यों गुड़ से बनती थी मिठाई

ऐसा कहा जाता है कि पहले के समय में गुड़ ही मीठे के रूप में मौजूद होता था, जिसकी वजह से इसका उपयोग मिठाई बनाने के लिए किया जाता होगा। इसके अलावा
गुड़ सर्दियों में बॉडी को गर्म रखने का भी काम
करता है, यह भी कारण हो सकता है जिसकी वजह से गुड़ के जरिए मिठाई बनाई जाती थी। आपको बता दें कि गुड़ की तासीर बेहद गर्म होती है साथ ही सेहत पर कई तरह से लाभ पहुंचाता है। गुड़ के जरिए
को पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा यह रक्त साफ करने के साथ -साथ मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी को भी बेहतर करता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट

आपने शायद गौर किया होगा कि गुड़ ही नहीं बल्कि इन मिठाइयों में तिल का उपयोग भी किया जाता है। इसकी वजह है कि
, प्रोटीन, जिंक, मैग्नीशियम, और सेलेनियम आदि गुण पाए जाते हैं। वहीं गुड़ में आपको आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम, पोटेशियम, पाई जाती हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं। इन दोनों सामग्रियों के जरिए बनी हुई चीजों आपको सर्दियों में गर्म रखने काम करती हैं।
तिल के साथ गुड़ का सेवन कितना फायदेमंद

फूडहॉल, एफ एंड बी स्ट्रैटेजिस्ट, स्वस्ति अग्रवाल
के मुताबिक
के साथ गुड़ का सेवन हमारे फेफड़ों के लिए बेहद फायदेमंद होता है यह फ्लू से लड़ने में मदद करता है, जो अभी के समय सबसे ज्यादा जरूरी भी है। यही नहीं इन दोनों से बनी चीजें आपके शरीर विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालने का काम करती हैं। इसके अलावा गुड़ में दूसरे कई खनिज पदार्थ पाए जाते हैं जो सेहत को लाभ तो देते ही हैं। साथ ही इसे चीनी का एक बेहतरीन विकल्प भी बनाते हैं।
अंग्रेजी में इस स्टोरी को पढ़ने के लिए
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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