Top Story

पुराने से पुराना जोड़ों का दर्द झट से होगा दूर, आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताए 5 असरदार घरेलू उपाय

जोड़ों में दर्द (Joint Pain) आजकल की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। आजकल सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। सिटिंग जॉब, फिजिकली एक्टिव नहीं रहना और खराब खान-पान इसका सबसे बड़ा कारण हैं। जाहिर है यह दर्दनाक समस्या है जिसका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए। डॉक्टर मानते हैं कि ऐसी कई स्थितियां हैं, जो जोड़ों के सामान्य कामकाज को प्रभावित करती हैं जिससे विभिन्न रोग पैदा होते हैं। ट्रॉमा के कारण चोट लगना उनमें से एक है। अगर जोड़ों की सेहत पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों की स्थिति बिगड़ सकती है। जोड़ों के खराब होने पर आपको जोड़ों में दर्द, अचानक से हिलने-डुलने में परेशानी, जकड़न, सूजन आदि महसूस हो सकते हैं। यह स्थिति गठिया (Arthritis) जैसे रोग का रूप भी ले लेती है।आयुर्वेद के अनुसार, जोड़ों का कमजोर होना अमा (Ama) यानी विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होता है। विषाक्त पदार्थों के लंबे समय तक एकत्र होने से, जोड़ों में सूजन हो जाती है और समय के साथ उनकी ताकत कम हो जाती है। घुटने के जोड़ के साथ भी ऐसा ही है। आयुर्वेदा डॉक्टर दीक्षा भावसार आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के कुछ असरदार आयुर्वेदिक उपाय (Joint Pain Ayurveda home remedies) बता रही हैं।(फोटो साभार: istock by getty images)

Joint Pain ayurvedic home remedies: आयुर्वेद के अनुसार, जोड़ों का कमजोर होना अमा (Ama) यानी विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होता है। विषाक्त पदार्थों के लंबे समय तक एकत्र होने से, जोड़ों में सूजन हो जाती है और समय के साथ उनकी ताकत कम हो जाती है। घुटने के जोड़ के साथ भी ऐसा ही है।


Ayurveda for joint pain: पुराने से पुराना जोड़ों का दर्द झट से होगा दूर, आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताए 5 असरदार घरेलू उपाय

जोड़ों में दर्द (Joint Pain)

आजकल की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। आजकल सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। सिटिंग जॉब, फिजिकली एक्टिव नहीं रहना और खराब खान-पान इसका सबसे बड़ा कारण हैं। जाहिर है यह दर्दनाक समस्या है जिसका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए।

डॉक्टर मानते हैं कि ऐसी कई स्थितियां हैं, जो जोड़ों के सामान्य कामकाज को प्रभावित करती हैं जिससे विभिन्न रोग पैदा होते हैं। ट्रॉमा के कारण चोट लगना उनमें से एक है। अगर जोड़ों की सेहत पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों की स्थिति बिगड़ सकती है। जोड़ों के खराब होने पर आपको जोड़ों में दर्द, अचानक से हिलने-डुलने में परेशानी, जकड़न, सूजन आदि महसूस हो सकते हैं। यह स्थिति

गठिया (Arthritis)

जैसे रोग का रूप भी ले लेती है।

आयुर्वेद के अनुसार

, जोड़ों का कमजोर होना

अमा (Ama)

यानी विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होता है। विषाक्त पदार्थों के लंबे समय तक एकत्र होने से, जोड़ों में सूजन हो जाती है और समय के साथ उनकी ताकत कम हो जाती है। घुटने के जोड़ के साथ भी ऐसा ही है।

आयुर्वेदा डॉक्टर दीक्षा भावसार

आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के कुछ असरदार आयुर्वेदिक उपाय (Joint Pain Ayurveda home remedies) बता रही हैं।

नमक और तेल का कम सेवन करें
नमक और तेल का कम सेवन करें

आपको ज्यादा मात्रा में खट्टा, नमकीन, डीप फ्राइड और किण्वित खाद्य पदार्थों से हर कीमत पर बचना चाहिए। यह चीजें सिर्फ जोड़ों को ही प्रभावित नहीं करती बल्कि दूसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचती हैं।


अहार और विहार से बचें
अहार और विहार से बचें

आपको वात बढ़ाने वाले अहार और विहार से बचना चाहिए। आहार जैसे कि सूखा और बासी भोजन और विहार जैसे कि अत्यधिक व्यायाम, देर तक जागते रहना, तनावपूर्ण जीवन शैली आदि से बचना चाहिए।



हेल्दी फैट लें
हेल्दी फैट लें

अपने खाने में सिर्फ घी, तिल का तेल, जैतून का तेल आदि का ही इस्तेमाल करें। इन चीजों में हेल्दी फैट पाया जाता है, जो जोड़ों सहित समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।


अभ्यंग मालिश है बेहतर तरीका
अभ्यंग मालिश है बेहतर तरीका

यह सभी प्रकार के जोड़ों के दर्द के लिए बेहतर उपाय है। तिल का तेल, सरसों का तेल, अरंडी का तेल कुछ ऐसे तेल हैं जो रसोई में आसानी से उपलब्ध होते हैं जिन्हें दर्द से राहत के लिए जोड़ों पर लगाया जा सकता है। कुछ आयुर्वेदिक तेल जो दर्द में मदद कर सकते हैं जैसे- महानारायण तैला, निर्गुंडी तैल, कोट्टमचुक्कड़ी तैलम, सहचारदी तैलम, धनवंतरम तैलम आदि।


जड़ी बूटियां भी हैं असरदार
जड़ी बूटियां भी हैं असरदार

कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो जोड़ों के दर्द के लिए अच्छी तरह से काम करती हैं, वे हैं- शलाकी, अश्वगंधा, निर्गुंडी, रसना, हरिद्रा (हल्दी), शुंथि (अदरक), आदि।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।




from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/zyg4Yd8
via IFTTT