वजन घटाने के लिए 'Liquid Diet' ले रहे थे शेन वॉर्न, जानिए क्या है और बॉडी के लिए कब बन जाती है घातक
Shane Warne death reason: बताया जा रहा है कि शेन वार्न पिछले दिनों वजन कम करने की कोशिश कर रहे थे और इसके लिए वो लिक्विड डाइट फॉलो कर रहे थे। इस बारे में उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि 'ऑपरेशन श्रेड शुरू हो गया है (10 दिन में) और जुलाई तक आकार में वापस आना है।'
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर
शेन वॉर्न (Shane Warne)
के निधन से क्रिकेट प्रेमी अभी तक सदमे में हैं। 52 वर्षीय वॉर्न की मौत इसी हफ्ते संदिग्ध दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से हुई। उन्हें दुनिया का सबसे महान स्पिनर माना जाता है। उनकी मौत के कुछ दिनों बाद अब एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
बताया जा रहा है कि वॉर्न 14 दिनों की एक एक्सट्रीम
फॉलो कर रहे थे, जोकि उनकी मौत का एक संभावित कारण हो सकता है। कहा जा रहा है कि वॉर्न कुछ दिनों पहले तक वजन कम करने की कोशिश कर रहे थे और इसके लिए वो लिक्विड डाइट फॉलो कर रहे थे।
वजन, फिटनेस और डाइट को लेकर उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि 'ऑपरेशन श्रेड शुरू हो गया है (10 दिन में) और जुलाई तक आकार में वापस आना है।' वॉर्न के मैनेजर जेम्स एर्स्किन ने एक इंटरव्यू में बताया कि वो एक तरह का डाइट प्लान फॉलो कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने 14 दिनों तक केवल लिक्विड पदार्थ लिए।
(फोटो साभार: TOI)
लिक्विड डाइट में क्या ले रहे थे वॉर्न
उनके मैनेजर ने बताया कि वो न के बराबर खा रहे थे। उनकी डाइट में मक्खन के साथ वाइट बन जैसी चीजें और उसके साथ काले और हरे रंग का जूस होता था। उन्होंने अपने जीवन में बहुत स्मोकिंग की लेकिन मुझे लगता है कि यह सिर्फ एक बड़ा दिल का दौरा था।
Operation shred has started (10 days in) & the goal by July is to get back to this shape from a few years ago ! Let… https://t.co/OXwiNYgVuf
— Shane Warne (@ShaneWarne) 1646025636000
फास्टिंग टी डाइट पर भी थे वॉर्नवॉर्न के बेटे ने बताया है किन उनके पिता नियमित रूप से 30 दिन की फास्टिंग टी डाइट पर थे। रिपोर्ट्स में बताया गया था कि वॉर्न ने उनकी मृत्यु से कुछ दिनों पहले डाइट प्लान को पूरा किया था और उसके बाद वेजीमाइट टोस्ट खाया था।
लिक्विड डाइट क्या है?
यह डाइट वजन कम करने वालों के बीच फेमस है। इसमें पेय पदार्थों के जरिए कैलोरी बर्न करने की कोशिश की जाती है। लोग वजन घटाने के लिए लिक्विड डाइट का सहारा लेते हैं। इसमें आमतौर पर फल-सब्जियों का जूस या शेक लिया जाता है। ज्यादातर लोग तीनों टाइम इनका सेवन करते हैं।
लिक्विड डाइट के क्या जोखिम हैं?
हालांकि यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि वॉर्न के असामयिक निधन के पीछे का कारण लिक्विड डाइट ही है। हेल्थ एक्सपर्ट्स इस तरह की डाइट के खिलाफ चेतावनी देते हैं।
हार्ट फाउंडेशन के हेल्थ एक्सपर्ट प्रोफेसर गैरी जेनिंग्स
के अनुसार, कुछ स्थितियों में कम कैलोरी वाला दिल की सेहत को प्रभावित सकता है।
लिक्विड डाइट से दिल की सेहत को खतरा
गैरी जेनिंग्स
ने बताया कि इस तरह की डाइट से ज्यादातर दिल से जुड़े मसले हो सकते हैं। इससे दिल की सेहत पर असर पड़ सकता है। जाहिर है लिक्विड डाइट से आपको जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। ऐसा माना जाता है कि कम कैलोरी वाले खाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन और मिनरल्स का सही संतुलन नहीं होता है।
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