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UP चुनाव: आखिरकार 'जिंदा' हो ही गया यह शख्स, वोट डालकर यूं अनोखे अंदाज में मनाया जश्न

लखनऊ: पिछले दिनों एक फिल्म आई थी कागज (Kaagaz)। पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) की इस फिल्म में सलमान खान (Salman Khan) की आवाज में एक कविता ने इसमें लोगों की संवेदनाओं को झकझोड़ा था। कविता की लाइनें थीं- कुछ नहीं है मगर है सबकुछ भी, क्या अजब चीज है ये कागज भी, बारिशों में है नाव कागज की, सर्दियों में अलाव कागज की, आसमां में पतंग कागज की, सारी दुनिया में जंग कागज की। कुछ ऐसा ही वाराणसी में दिखा था। एक मृतक ने वोट डालकर खुद को कागजों पर जिंदा घोषित करने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के आखिरी चरण का मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई। इस दौरान सरकारी अभिलेखों में मृत मूरत सिंह ने भी मतदान किया। वह वाराणसी () के चौबेपुर क्षेत्र के छितौनी गांव के रहने वाले हैं। मूरत ने अपने ढंग से इस मुद्दे पर लोगों का ध्‍यान खींचने के लिए मतदान के बाद गले में तख्‍ती डालकर उंगली पर स्‍याही दिखाते हुए ऐलान किया कि 'मैं जिंदा हूं।' उधर, आजमगढ़ (Azamgarh) में एक बूथ के अंदर का वीडियो बनाने वाले प्रशांत यादव को पुलिस ने पकड़ लिया। मऊ के बूथ नंबर 116 पर पिता की जगह बेटा मतदानकर्मी का कार्य कर रहा था। पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर लिया। सरकारी कागजों में घोषित कर दिया गया था मृत मूरत सिंह वाराणसी के चौबेपुर के छितौनी गांव के रहने वाले हैं। उन्हें सरकारी अभिलेखों में मृत बता दिया गया था। सरकारी कागजातों में उन्हें मृत बताकर उनकी जमीन गांव के कुछ लोगों ने अपने नाम पर दर्ज करा ली थी। हालांकि, उनका नाम वोटर लिस्ट में मौजूद था। सोमवार को सातवें चरण के मतदान के दौरान मूरत सिंह शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के छितौनी में प्राथमिक विद्यालय पर बने मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डाला। इसके बाद उन्‍होंने गले में तख्‍ती डाल स्‍याही लगी उंगली दिखाते हुए ऐलान किया कि वह जिंदा हैं। मूरत सिंह ने कहा कि मैंने अपना वोट डाल दिया है। मैं जिंदा हूं। यह इसका प्रमाण भी है। सोशल मीडिया पर पुलिस के पास आईं 220 शिकायतें आखिरी चरण के मतदान में प्रत्याशी और उनके समर्थकों के बीच खूब भिड़ंत हुई। वाराणसी में तो सरकार के मंत्री पर सुरक्षाकर्मी को थप्पड़ मारने का आरोप लगा और इसका वीडियो भी वायरल हुआ। वहीं बूथ पर तैनात कर्मियों पर भी मतदान के दौरान भेदभाव करने, जबरन मतदान कराने के आरोप लगे। यूपी पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए 220 शिकायतें मिलीं। वाराणसी की शिवपुर सीट से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) व सुभासपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अरविंद राजभर ने उनके ऊपर फायरिंग व जानलेवा हमला किए जाने का आरोप लगाया। वाराणसी ग्रामीण पुलिस का कहना है कि अरविंद राजभर एक पोलिंग बूथ के अंदर जबरन जाने की कोशिश कर रहे थे। विपक्षी दलों के एजेंट ने इसका विरोध किया। इसके बाद अरविंद अपने सुरक्षाकर्मी के साथ चले गए थे। इस संबंध में उनके द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई है। सुरक्षाकर्मियों को थप्पड़ मारने का भी आया मामला वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) के मंत्री नीलकंठ तिवारी पर एक सुरक्षाकर्मी को थप्पड़ मारने का आरोप लगा। हालांकि वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने इसका खंडन किया है। हालांकि पोलिंग बूथ पर मंत्री की सुरक्षाकर्मियों से झड़प होने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसी तरह गाजीपुर में रेवतीपुर के नवली स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय पर सपा और बीजेपी समर्थकों के बीच जमकर मारपीट और पथराव हुआ। हालांकि, पुलिस ने इस घटना से इंकार किया है। आजमगढ़ के सदर में भी बीजेपी के अखिलेश मिश्रा गुड्डू व जिला अध्यक्ष ध्रुव सिंह की गाड़ियों पर सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पथराव व फायरिंग की गई। आजमगढ़ पुलिस के मुताबिक मतदान के दौरान दोनों प्रत्याशी व उनके समर्थक आमने सामने आ गए थे।


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