Silent Stroke के हैं ये 7 गुप्त लक्षण, नहीं दिया ध्यान तो फट सकती हैं दिमाग की नसें
स्ट्रोक (Stroke) भारत जैसे विकासशील देशों में मृत्यु दर और कई प्रमुख रोगों का एक सामान्य कारण है। स्ट्रोक दो प्रकार का होता है - हेमोरेजिक स्ट्रोक और इस्केमिक स्ट्रोक। इस्केमिक स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क के हिस्से में रक्त की आपूर्ति बाधित या कम हो जाती है, जिससे मस्तिष्क के ऊतकों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। ऐसा होने से दिमाग की कोशिकाएं मिनटों में मरने लगती हैं।देहरादून स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में सलाहकार डॉ. सौरभ गुप्ता के अनुसार, स्ट्रोक वास्तव में एक इमरजेंसी है जिसमें उपचार की तुरंत जरूरत होती है। समय पर उपचार मिलने से ब्रेन को डैमेज होने और अन्य जटिलताओं को कम करने में मदद मिल सकती है। कुल मिलाकर प्रभावी उपचार स्ट्रोक को रोकने में मदद कर सकते हैं।
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