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'डेविल्स सर्किट' एक अनोखा रेस जो पार्टिसिपेट को आर्मी ट्रेनिंग का अनुभव करवाएगा

'डेविल्स सर्किट' एक अनोखा रेस जो पार्टिसिपेट को आर्मी ट्रेनिंग का अनुभव करवाएगा


भारत की सबसे बड़ी आब्स्टकल रेस यानी मारुति सुज़ुकी अरीना डेविल्स सर्किट के 12वें सीजन की घोषणा हो गई है। यह भारत के 10 शहरों में आयोजित की जाएगी। इस सीजन में जिन नए शहरों में इस रेस का आयोजन किया जाएगा उनमें अहमदाबाद और इंदौर भी शामिल किए गए हैं। एक दशक पहले जब इस रेस की शुरुआत की गई थी तभी से मारुति सुज़ुकी अरीना डेविल्स सर्किट ने एथलीट और रोमांच के शौकीनों, दोनों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। पूरे एशिया की सबसे कठिन मानी जाने वाली इस मारुति सुज़ुकी अरीना डेविल्स सर्किट रेस में अब तक कॉम्पिटिशन जीतने वालों में आर्मी से जुड़े लोग, फिटनेस ट्रैनर और अपनी फिटनेस के प्रति सजग रहने वाले लोग शामिल रहे हैं।

हाल में लॉन्च किए गए इस नए सीजन में करीब 60 हजार से ज़्यादा रोमांच के शौकीनों के भाग लेने की संभावना है। ये सभी 5 किमी के ऐसे रास्ते को पार करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे जिसमें आर्मी में होने वाली रेस की तरह ही 15 अलग-अलग तरह की बाधाएं (आब्स्टकल) उनके रास्ते में बिछी होंगी।  इस नए सीजन की शुरुआत 29 सितंबर को इंदौर में होने वाली दौड़ से होगी और इसका समापन 9 मार्च को दिल्ली में होगा। इस अवधि के दौरान, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, बंगलोर, हैदराबाद, कोच्चि, चेन्नई और मोहाली में रेस का आयोजन किया जाएगा।  

एमेच्योर स्पोर्ट्स क्षेत्र की सबसे बड़े इनाम वाली इस रेस में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी इस सीजन में शामिल किए गए अलग-अलग शहरों में दौड़ेंगे और टॉप की पोजीशन पाने की कोशिश करेंगे। इस पोजीशन से उन्हें पॉइंट मिलेंगे। इस स्पर्धा में भाग लेने वाले पुरुष और महिला प्रतिभागी के पास सीजन के आखिर में एक बिलकुल नई चमचमाती मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार जीतने का मौका होगा। हर साल यह स्पर्धा बहुत कमाल की होती है और इसका रोमांच देखते ही बनता है। इस स्पर्धा में जीतने वाले प्रतिभागी अपनी एथलेटिक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हैं और यहां जिस तरह का दमखम देखने को मिलता है वह किसी भी एमेच्योर प्रतिस्पर्धा के मुकाबले ज़्यादा ही होता है।

इस सीजन को लॉन्च करते हुए इस आयोजन के फाउंडर अदनान अदीब ने इसके बारे में कहा, "जब हम इस आयोजन के 12 वें सीजन की घोषणा कर रहे हैं तो मैं थोड़ा भावुक भी हूं। मैं डेविल्स सर्किट रेस के इस बार के सीजन को इसमें भाग लेने वाले उन शानदार रोमांच के शौकीनों की लगातार बढ़ती संख्या के नाम करना चाहूंगा जो कभी हार न मानने का जज्बा रखते हैं और अपनी फिटनेस के लक्ष्य को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए पहले की तुलना में और भी ज़्यादा प्रतिबद्ध हैं। मैं इसे उन लोगों के नाम करना चाहूंगा जो जीतने के लिए ही प्रतिस्पर्धा में उतरते हैं। उनके और हमारे जैसे लोगों की वजह से ही ज़िंदगी महज दर्शक बनकर गुजारने वाला खेल नहीं रह जाती है।"

आपने आगे कहा, "पिछले 10 वर्षों में, खुशी और सौभाग्य की बात रही है कि इस स्पर्धा में करीब 800 शहरों और 30 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया है। और अब जबकि हम 12वें सीजन की तरफ़ बढ़ रहे हैं, तो मैं इस बात के लिए बहुत आभारी और शुक्रगुजार हूं कि हमें अपने पार्टनर्स, प्रतिभागियों और रोमांचप्रेमियों का हर कदम पर पूरा साथ मिला है। मैं डेविल्स सर्किट में लगातार यकीन बनाए रखने के लिए मारुति सुजुकी का तहेदिल से बहुत- बहुत शुक्रिया करना चाहता हूं। हम आगे भी साथ मिलकर इस आयोजन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।"

इस मौके पर संबोधित करते हुए, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के मार्केटिंग और सेल्स के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर श्री पार्थो बनर्जी ने कहा, "लंबे समय से हमारा डेविल्स सर्किट के साथ जुड़ाव बना हुआ है। यह रिश्ता समय के साथ और मज़बूत हुआ है और इस साल हम इसके 12वें सीजन का आयोजन कर रहे हैं। इस साल हमारे अंदर नया जोश और उत्साह है और इस मौके पर हम बिलकुल नई स्विफ्ट को भी प्रदर्शित कर रहे हैं। उम्मीद है कि हम रोमांच की तलाश करने वालों, जिन्हें 'रोमांचप्रेमी' कहना बिलकुल सही होगा उनकी रोमांच की भूख को शांत कर पाएंगे। मारुति सुजुकी स्विफ्ट अपनी परफॉर्मेंस और लंबे समय तक सेवा देने की खूबी के साथ इन प्रतिभागियों के जज्बे और चुनौतीपूर्ण बाधाओं को परास्त करने के इरादों से मेल खाती है।"

मारुति सुजुकी अरीना डेविल्स सर्किट, कंपनी की ओर से भारत में रेसिंग के क्षेत्र में शुरू किया गया ऐसा शानदार कान्सेप्ट है जिसने स्पोर्ट्स की दुनिया में तहलका मचा रखा है। इस आयोजन ने फिटनेस और रनिंग दोनों में ही दिलचस्पी रखने वालों में एक नया माहौल और उत्सुकता पैदा कर दी है। इस स्पर्धा का मॉडल ऐसा है कि वह इसमें भाग लेने वाले रनर्स के बीच दोस्ती और सहयोग की भावना बढ़ाता है और इसकी वजह यह है कि वे सभी ऐसे रनिंग ट्रैक पर दौड़ते है जिस पर मिलिट्री अंदाज में बाधाएं (आब्स्टकल) खड़ी की गई होती हैं। इन बाधाओं (आब्स्टकल) में ऊंची टेढ़ी दीवारों पर चढ़ना, तारों की बाड़ पार करना और बर्फीली बाधा को पार करना भी शामिल होता है।  

महामारी के बाद के समय में या कहें कि महामारी के बाद की दुनिया में, उन संस्थाओं के लिए यह कान्सेप्ट एक बड़े आकर्षण का केंद्र है जो अलग-अलग तरह के लोगों या कर्मचारियों से जुड़ने के मौकों की तलाश कर रही हैं। मारुति सुजुकी अरीना डेविल्स सर्किट में भाग लेने वाले करीब 70 प्रतिशत लोग कॉर्पोरेट बैकग्राउंड से होते हैं और नए सीजन में भी उनका यह प्रतिशत बरकरार रहने की पूरी संभावना है। पिछले सीजन के प्रतिभागियों के अनुसार, मारुति सुजुकी अरीना डेविल्स सर्किट में हर कोई एक ही लक्ष्य के लिए मेहनत करता है और इसमें सब साथ मिलकर आगे बढ़ते हैं। इस तरह टीम भावना और एक खास तरह की सहयोग-भावना पैदा होती है जो टीम बनाने और बेहतर जुड़ाव पैदा करने का शानदार तरीका है।

यह कान्सेप्ट फिटनेस के प्रति रुझान रखने वालों और कॉर्पोरेट में काम करने वाले ऐसे लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया है जो बेहतर टीम भावना लाने का तरीका खोज रहते हैं। मारुति सुजुकी अरीना डेविल्स सर्किट में 16 से 70 बरस की उम्र तक के लोग भाग लेते हैं। इस रेस को अलग-अलग फिटनेस लेवल के लोगों के हिसाब से इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि हर कोई एक बेहद प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में खुद को परख सके। इस स्पर्धा में अंतिम पुरुस्कार के रूप में पुरुष और महिला दोनों कैटगरी में अलग-अलग एक नई चमचमाती मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार दी जाएगी। इसके साथ ही एमेच्योर स्पोर्ट्स कैटगरी में भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा इनाम भी इसी स्पर्धा के विजेता को मिलेगा।