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तेरे होंठों पर कहानी और कुछ

December 15, 2019
तेरे होंठों पर कहानी और कुछ कह रहा आँखों का पानी और कुछ हम दिखाते हैं ज़माने को अलग जी रहे हैं ज़िंदगानी और कुछ ज़हन में तो यादें माज़ी की म...Read More

रोज काल का ग्रास बन रही आसिफा,फिर कैसे मैं श्रृंगार लिखूँगा

December 15, 2019
रोज काल का ग्रास बन रही आसिफा,फिर कैसे मैं श्रृंगार लिखूँगा । देश चल रहा नफरत से ही,फिर कैसे मैं प्यार लिखूँगा । वंचित हैं जो अधिकार से अपने...Read More

कुछ करना चाहता हूँ, पर कुछ कर नही पाता हूँ।

December 15, 2019
कुछ करना चाहता हूँ, पर कुछ कर नही पाता हूँ। आगे बढ़ना चाहता हूँ, पर आगे बढ़ नही पाता हूँ। कोई मदद करना चाहे,तो मदद ले नही पाता हूँ। किसी से...Read More

आपकी हँसी बिन सके, आपकी ख़ुशी बिन सके

October 12, 2019
आपकी हँसी बिन सके ,आपकी ख़ुशी बिन सके बे-तनख़्वाह बस इसी काम पर रख लीजिए हमें आपको सँवारने में हम भी कुछ तो सँवर जाएँगे मत सोचिए, किसी भी दा...Read More

कुछ देर में ये नज़ारा भी बदल जाएगा

September 29, 2019
कुछ देर में ये नज़ारा भी बदल जाएगा ये आसमाँ ये सितारा भी बदल जाएगा कितना मोड़ पाओगे दरिया का रास्ता किसी  दिन किनारा भी बदल जाएगा दूसरों के ...Read More

मेरी ग़ुरबत की क़ीमत क्या लगाते

September 05, 2019
मेरी ग़ुरबत की क़ीमत क्या लगाते जो ख़ुद डूबे थे क्या मुझको डुबाते मोहब्बत में वफ़ा की उम्र कितनी तअल्लुक़ को कहाँ तक आज़माते पुराने ज़ख्म सूखे बीते...Read More

ये चाक जिगर के सीना भी जरूरी है

September 04, 2019
ये चाक  जिगर के सीना  भी जरूरी है कुछ रोज़ खुद को जीना  भी जरूरी है ज़िंदगी रोज़ ही नए कायदे सिखाती  है बेकायदे होके कभी पीना भी जरूरी है सब यू...Read More

तेरी राह का पत्थर ही सही, तेरी राह में तो हूँ

September 04, 2019
तेरी राह का पत्थर ही सही, तेरी राह में तो हूँ तू खूब कोसा करे ही सही, तेरी आह में तो हूँ चोरी किए हुए मेरे ही शेर अच्छे लगते हैं तुम्हें महफ़...Read More